Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jul 2020 · 1 min read

” पूर्ण विराम “

ये जीवन है
इस जीवन में
जरा सा
ठहराव चाहिए ,

ज़्यादा नही
पर एक – आध तो
मुझको भी
अर्ध विराम चाहिए ,

शरीर का क्या है
वो तो थकता ही रहता है
लेकिन मेरे मन को
थोड़ा सा आराम चाहिए ,

रिश्ते चाहे थोड़े हों
नही वो टेढ़े मेढ़े हों
ऐसे बेमतलब के रिश्ते
नही बारंबार चाहिए ,

मतलब का सब प्यार है
बड़ा दिखावटी संसार है
जो दुख में साथ दे
ऐसा रिश्तेदार चाहिए ,

जब भी आफत में घबराऊँ
परेशानियों में लड़खड़ाऊँ
गिरने से पहले थाम ले मुझको
ऐसा मुझको यार चाहिए ,

कुछ दिन का ये मेला है
हर कोई अकेला है
इस जीवन के झमेले से
मुझको पूर्ण विराम चाहिए ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 29/07/2020 )

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
"संविधान"
Slok maurya "umang"
नीलम शर्मा ✍️
नीलम शर्मा ✍️
Neelam Sharma
16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
बुझे अलाव की
बुझे अलाव की
Atul "Krishn"
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
Mukesh Kumar Sonkar
दौर - ए - कश्मकश
दौर - ए - कश्मकश
Shyam Sundar Subramanian
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
परमात्मा
परमात्मा
ओंकार मिश्र
■ सार संक्षेप...
■ सार संक्षेप...
*प्रणय प्रभात*
मुस्कान
मुस्कान
Surya Barman
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो वक्त कब आएगा
वो वक्त कब आएगा
Harminder Kaur
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
Pooja Singh
यही तो जिंदगी है
यही तो जिंदगी है
gurudeenverma198
आप सच बताइयेगा
आप सच बताइयेगा
शेखर सिंह
जाड़ा
जाड़ा
नूरफातिमा खातून नूरी
जब आओगे तुम मिलने
जब आओगे तुम मिलने
Shweta Soni
बीतल बरस।
बीतल बरस।
Acharya Rama Nand Mandal
"शौर्य"
Lohit Tamta
"इमली"
Dr. Kishan tandon kranti
3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3333.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
धार्मिकता और सांप्रदायिकता / MUSAFIR BAITHA
धार्मिकता और सांप्रदायिकता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
Tum ibadat ka mauka to do,
Tum ibadat ka mauka to do,
Sakshi Tripathi
लोगों को जगा दो
लोगों को जगा दो
Shekhar Chandra Mitra
मंजिल एक है
मंजिल एक है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ममत्व की माँ
ममत्व की माँ
Raju Gajbhiye
"धन्य प्रीत की रीत.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
🌸 सभ्य समाज🌸
🌸 सभ्य समाज🌸
पूर्वार्थ
Loading...