Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 1 min read

पूर्णिका.🙏🙏

ज़िंदगी को ज़िन्दगी में जीना आ गया
जहर इस जहाँ का पीना आ गया

सुना जो हाल उनका उनके मुख से
मेरे तन-बदन में पसीना आ गया

यूं तपा जिस्म मेरा सर्द महीने में
ऐसा लगा जेठ का महीना आ गया

देखा जो उसको तो दिल ने कहा
ये कहां से सामने कमीना आ गया

विशाल है बहुत दुख इस जीवन में
मगर अब जख्मों को सीना आ गया।

Vishal..🙏🙏

Language: Hindi
1 Like · 291 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उम्मीद है दिल में
उम्मीद है दिल में
Surinder blackpen
जब जिंदगी में सब अच्छा चलता है तब आपका ध्यान बस अच्छे पर रहत
जब जिंदगी में सब अच्छा चलता है तब आपका ध्यान बस अच्छे पर रहत
पूर्वार्थ
★किसान ए हिंदुस्तान★
★किसान ए हिंदुस्तान★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
आओ जलाएं
आओ जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
सत्य की खोज अधूरी है
सत्य की खोज अधूरी है
VINOD CHAUHAN
धनवान -: माँ और मिट्टी
धनवान -: माँ और मिट्टी
Surya Barman
2758. *पूर्णिका*
2758. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे फितरत में ही नहीं है
मेरे फितरत में ही नहीं है
नेताम आर सी
लम्हें यादों के.....
लम्हें यादों के.....
कुलदीप दहिया "मरजाणा दीप"
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अतीत का बारे में जानें तीन महत्व पूर्ण बातें
अतीत का बारे में जानें तीन महत्व पूर्ण बातें
Dr. Rajeev Jain
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
शेखर सिंह
ना मसले अदा के होते हैं
ना मसले अदा के होते हैं
Phool gufran
"" *गीता पढ़ें, पढ़ाएं और जीवन में लाएं* ""
सुनीलानंद महंत
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
Keshav kishor Kumar
फिर वही
फिर वही
हिमांशु Kulshrestha
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
Priya princess panwar
■ लिख दिया है ताकि सनद रहे और वक़्त-ए-ज़रूरत काम आए।
■ लिख दिया है ताकि सनद रहे और वक़्त-ए-ज़रूरत काम आए।
*प्रणय*
ज़िन्दगी को
ज़िन्दगी को
Dr fauzia Naseem shad
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
नेह ( प्रेम, प्रीति, ).
नेह ( प्रेम, प्रीति, ).
Sonam Puneet Dubey
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
जश्न आजादी का ....!!!
जश्न आजादी का ....!!!
Kanchan Khanna
आसमां में चाँद...
आसमां में चाँद...
पंकज परिंदा
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
खेल खेल में छूट न जाए जीवन की ये रेल।
सत्य कुमार प्रेमी
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
"तलबगार"
Dr. Kishan tandon kranti
कड़वा सच
कड़वा सच
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
Loading...