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6 Feb 2024 · 1 min read

पूनम का चांद हो

चेहरा छुपा रखा है, हाथों में मेहंदी है
आंखो में काजल काला, आंखे कुछ कहती है।
चेहरे पे नूर ऐसा, जैसे फूल गुलाब हो
बादलों में छुपा जैसे, पूनम का चांद हो।
– ललित

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