पूछकर
ज़ब वो.. थक गया अनगिनत सवाल पूछकर
न जाने कैसे – कैसे जंजाल -ओ- बवाल पूछकर
तसल्ली ही हो रही थी के सवाल खतम हुआ….
उसने मुझे गफलत में डाल दिया मेरा हाल पूछकर
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
ज़ब वो.. थक गया अनगिनत सवाल पूछकर
न जाने कैसे – कैसे जंजाल -ओ- बवाल पूछकर
तसल्ली ही हो रही थी के सवाल खतम हुआ….
उसने मुझे गफलत में डाल दिया मेरा हाल पूछकर
-सिद्धार्थ गोरखपुरी