पूंजीवाद में ही…
पूंजीवाद में ही रम गए हैं
सत्ता में बैठे सभी लोग
महंगाई का तोहफा दे रहे
उनके समस्त नए प्रयोग
आम आदमी अब ठगा सा
कर रहा है सोच विचार
क्या सिर्फ पूंजीपतियों के
लिए बनी देश की सरकार
राम जियावन व्यथित हैं
नित बढ़ती महंगाई से
दो जून की रोटी नहीं मिल पा
रही उनको अपनी कमाई से
बच्चों की बढ़ती फीस से हैं
बड़ी मुश्किल में राम किशोर
धन प्रबंध की खातिर करें
विनती किससे हाथ जोड़
सत्ता के प्रमुख कर्णधारों
को प्रभु शीघ्र देवें सन्मति
महंगाई पर नियंत्रण को
वो शीघ्र बनाएं सही नीति