Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2017 · 1 min read

पुस्तक मेला

पुस्तक मेला
अजब का है खेला ये है पुस्तक मेला
कहीँ पर दुकानें सजी पुस्तकों की
कहीँ पर लगा लेखकों का झमेला
यह है पुस्तक मेला यह है पुस्तक मेला
कोई बन रहा है कवि कोई राईटर
कोई बन रहा है कहानी का फाइटर
कहीँ एक कोने में मै हूँ अकेला
यह है पुस्तक मेला यह है पुस्तक मेला
ये मेला किताबों की या दुकानदारी
यहाँ नव्य लेखक है लगते भिखारी
बूढ़े लेखकों ने नयों को ढकेला
यह है पुस्तक मेला यह है पुस्तक मेला
ये पुस्तक प्रकाशक रखें गिद्ध दृष्टि
समझते ये मुट्ठी में लेखन की सृष्टि
ये गुरु मानते खुद को दूजे को चेला
यह है पुस्तक मेला यह है पुस्तक मेला
चादर को ओढ़े लिपिस्टिक लगा कर
खड़ी है कहीँ गुरु -घंटाल टोली
लोकार्पण कहीँ पर नई पुस्तकों की
है लगती यहाँ पर हँसी या ठीठोली
मुफ़त में किताबें है सब लूट लेते
नये लेखकों को ना मिलता है धेला
यह है पुस्तक मेला यह हैँ पुस्तक मेला
कहीँ पर मिलेंगे दो प्रेमी भगोड़े
वे एक दूसरे के अधर को निचोड़े
किताबों के पीछे बेशर्मी थी उनकी
वो था गुप्त ज्ञानम या गरमी थी उनकी
मचाए हुये थे वहीँ ठेलम ठेला
यह है पुस्तक मेला यह है पुस्तक मेला
मै माथा पिटूँ या खरीदूँ किताबें
या मेले से भागूँ मै बटुवे को दाबे
कहूँ क्या जो मेले मेँ है मैने झेला
यह है पुस्तक मेला यह है पुस्तक मेला
डॉ.मनोज कुमार
मोहन नगर गाज़ियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 733 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रेम का मतलब
प्रेम का मतलब
लक्ष्मी सिंह
पितृ दिवस ( father's day)
पितृ दिवस ( father's day)
Suryakant Dwivedi
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
Priya princess panwar
चरम सुख
चरम सुख
मनोज कर्ण
मेरा जीने का तरीका
मेरा जीने का तरीका
पूर्वार्थ
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मोहब्बत जब होगी
मोहब्बत जब होगी
Surinder blackpen
आंखों में तिरी जाना...
आंखों में तिरी जाना...
अरशद रसूल बदायूंनी
4630.*पूर्णिका*
4630.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
Ajit Kumar "Karn"
नील पदम् के दोहे
नील पदम् के दोहे
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
इंतज़ार का मर्ज है संगीन
इंतज़ार का मर्ज है संगीन
Chitra Bisht
" इम्तिहान "
Dr. Kishan tandon kranti
(विकास या विनाश?)
(विकास या विनाश?)
*प्रणय*
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
कोई तुम्हें टूट के चाहे तो क्या कीजिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
काजल
काजल
Neeraj Agarwal
नव संवत्सर आया
नव संवत्सर आया
Seema gupta,Alwar
"माँ का आँचल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मन मेरा क्यों उदास है.....!
मन मेरा क्यों उदास है.....!
VEDANTA PATEL
*आता मौसम ठंड का, ज्यों गर्मी के बाद (कुंडलिया)*
*आता मौसम ठंड का, ज्यों गर्मी के बाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
परिवर्तन ही स्थिर है
परिवर्तन ही स्थिर है
Abhishek Paswan
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
gurudeenverma198
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
आर्या कंपटीशन कोचिंग क्लासेज केदलीपुर ईरनी रोड ठेकमा आजमगढ़।
Rj Anand Prajapati
जीवन का मूल्य
जीवन का मूल्य
Shashi Mahajan
"" *जब तुम हमें मिले* ""
सुनीलानंद महंत
आत्मीयता न होगी
आत्मीयता न होगी
Dr fauzia Naseem shad
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
Ashwini sharma
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...