Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2022 · 2 min read

पुलिस हमारे पास है।

हमारी पुलिस का बड़ा ही निराला अन्दाज़ है।
खाखी वर्दी में देखो सिंह का सर पर ताज है।।

हो कितनी ही ठंडी, गर्मी या हो कितनी बारिश।
पुलिस ड्यूटी पर देखो हर मौसम में तैनात है।।

सारे कार्य पुलिस जहाँ से क्रियान्वित करती है।
संविधान ग्रन्थ में पुलिस थाना उसका नाम है।।

लोगों के हृदयों का यह पुलिस सुलह करती है।
फिर भी सब कहते है होती पुलिस मक्कार है।।

बिन पुलिस के समाज की कल्पना ही बेकार है।
पुलिस ही है जो हर क्षण में हर वर्ग के साथ है।।

त्यौहारों में होता सभी के घरों में हर्षोल्लास है।
सारी खुशियां भूलके पुलिस रक्षा में तैनात है।।

ऐसे कैसे कह देते हो पुलिस पैसों की होती है।
यह कहने से ही देखो पुलिस बड़ी बदनाम है।।

हर वक्त की तत्परता ही पुलिस की पहचान है।
बेसहारा,गरीबों की ये पुलिस होती भगवान है।।

वाद अपवाद तो होता है प्रत्येक क्षेत्र का नियम।
ईमानदार पुलिस वालों में होते कुछ बेईमान है।।

जहाँ पुलिस नहीं है बस अपराध ही अपराध है।
डर जिससे लगे गुंडों को पुलिस की हुंकार है।।

हर नौकरी में मिलता एक दिन का अवकाश है।
पुलिस की नौकरी में होता नहीं कोई इतवार है।।

कोई आपदा , दिक्कत जब समाज पर आती है।
दूर करने को इसे पुलिस होती हर वक्त तैयार है।।

पुलिस को लेकर सभी मन में होती गलत राय है।
पर पुलिस ही सभी का हर-हाल में देती साथ है।।

बिन पुलिस के आम आदमी की ना औकात है।
पुलिस ही है जिस से होता हर गुंडा परेशान है।।

पुलिस का होता ना यूँ कोई धर्म और भगवान है।
पुलिस के लिए बस सबसे ऊपर तो सविंधान है।।

पुलिस बेहतर समाज बनाने का होती आधार है।
यह अपनी पुलिस ही है जो हर धर्म के साथ है।।

मेरा कहना मानों तुम सब अपने मन को बदलो।
गर रूठी पुलिस तो सबका जीवन ही बेकार है।।

मुझे तो फख्र होता है और तुम्हें भी होना चाहिए।
किस्मत वाले है हम जो ये पुलिस हमारें साथ है।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

168 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

समाचार झूठे दिखाए गए हैं।
समाचार झूठे दिखाए गए हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक उड़ती चिड़िया बोली
एक उड़ती चिड़िया बोली
कवि दीपक बवेजा
ਦੁਸ਼ਮਣ
ਦੁਸ਼ਮਣ
Otteri Selvakumar
- दिल से जुड़ा रास्ता -
- दिल से जुड़ा रास्ता -
bharat gehlot
धरी नहीं है धरा
धरी नहीं है धरा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
स्नेहिल वर्ण पिरामिड
स्नेहिल वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
वीर अभिमन्यु– कविता।
वीर अभिमन्यु– कविता।
Abhishek Soni
ज़िंदगी की जंग
ज़िंदगी की जंग
Dr. Rajeev Jain
"कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
माँ
माँ
Ayushi Verma
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कोहराम मचा सकते हैं
कोहराम मचा सकते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
क्या हैं पैसा ?
क्या हैं पैसा ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
हमें ईश्वर की सदैव स्तुति करनी चाहिए, ना की प्रार्थना
हमें ईश्वर की सदैव स्तुति करनी चाहिए, ना की प्रार्थना
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
shabina. Naaz
■ करोगे हड़बड़ तो होगी गड़बड़।।
■ करोगे हड़बड़ तो होगी गड़बड़।।
*प्रणय*
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Sidhartha Mishra
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
पूर्वार्थ
Relations
Relations
Chitra Bisht
जीवन
जीवन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
🌹जिन्दगी🌹
🌹जिन्दगी🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
*अंतस द्वंद*
*अंतस द्वंद*
Shashank Mishra
*जो खान-पान में चूक गया, वह जीवन भर पछताएगा (राधेश्यामी छंद
*जो खान-पान में चूक गया, वह जीवन भर पछताएगा (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
2824. *पूर्णिका*
2824. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हंसकर मुझे तू कर विदा
हंसकर मुझे तू कर विदा
gurudeenverma198
कत्ल
कत्ल
NAVNEET SINGH
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
पंकज परिंदा
Loading...