पुलिसवाले भी ईमानदार होते हैं :एक पहल
नमस्कार दोस्तों आज में आपके सामने पुलिस वालो की बात करने जा रहा हूँ जिन पुलिस वालों पर आप और हम पैसे लेनदेन या फिर आम लोगो से बतमिजी का आरोप बहुत जल्दी लगा देते हैं कि यार ये पुलिस वाले किसी के नहीं होते इनके दिल में कोई रहम की चीज नहीं होती , मगर दोस्तों आज मैंने पुलिस के कुछ जवानों को एक ऐसे स्थान पर खड़े देखा था जहाँ एक परिवार के दो छोटे छोटे बच्चे बेठ कर मिट्टी के दिए बेच रहे थे और पुलिस वाले उनके सामने खड़े हुए बात चित कर रहें थे जिनको देखकर एक बार तो मुझें भी लगा की ये पुलिस वाले इन ग़रीब बच्चो को परेशान करेंगे और ये कहेंगे कि यहाँ से हटो लेकिन वहाँ ऐसा कुछ नहीं हुआ मैंने कुछ समय खड़ा होकर उन पुलिस वालों को देखा की ये अब क्या करते हैं मैंने देखा की बच्चो के सामने खड़े ये पुलिस वाले दिए खरीद रहे थें जब मैंने ये जानने की कोशिश की कि ये लोग दिए क्यों खरीद रहे हैं दीपावली पर , ये लोग भी चाइनीज़ झालरों को खरीदकर भी लगा सकते है लेकिन उन्होंने ऐसा नही् किया , जिसके बाद ये मालूम हुआ की ये बच्चे काफी समय से दिए बेच रहे थे मगर कोई खरीदने नही आया जिधर देखो उधर बस हर कोई चाइनीज़ झालर और लाइट ख़रीद रहा था और ये बच्चे ऐसे ही बैठे थे लेकिन बाजार में भीड़ भाड़ की वज़ह से अमरोहा जनपद के थाना सैदनगली थानाध्यक्ष नीरज कुमार पैदल गश्त पर थे और उन्होंने इन बच्चो को दिए बेचते हुए देखा तो वो उनके पास गये और बोले बेटा तुम्हारे मम्मी पापा कहाँ हैं और तुम दिए कब से बेच रहे हो बच्चो ने कहा कि अंकल काफी समय हो गया और अभी तक दिए नहीं बिक पाए अंकल हम गरीब है हम दीपावली कैसे मनाएंगे , बच्चो की ये बात सुन थानाध्यक्ष भाबुक हो गए , लेक़िन इस बात को सुनने के बाद थानाध्यक्ष ने अपने सभी साथियों के साथ मिलकर बच्चो से पहले तो दिए ख़रीदे और उनके पैसे दिए यही नही उन्होंने उन बच्चो को दीपावली मनाने के लिये अपने पास से और पैसे दिए और कहाँ की बेटा अच्छे से दीपावली मनाओ लेक़िन थानाध्यक्ष यहीं नही रुके उन्होंने आमजन लोगों को रोक रोक कर इन बच्चो के दिए खरीदने के लिए कहा और ये मैसेज दिया की आप लोग चाइनीज़ लाईट न ख़रीदकर मिट्टी के दिए ख़रीदे जिससे उन ग़रीब परिवारों की भी दीपावली अच्छे से मन सके जो परिवार मिट्टी के बर्तन बनाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। जिस बात को मैंने खुद सुना और फ़िर मैंने ये मैसेज़ आप लोगो तक भेजने का मन बनाया की ऐसे भी पुलिस वाले होते हैं।
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