पुलवामा
पुलवामा के वीर शहीदों की, शहादत याद आई है
वीर सपूतों के बलिदान की, कहानी याद आई है
दुश्मनों के हाथ थी बाजी जो खूनी खेल ,खेल गए
मां भारती की रक्षा खातिर ,खूनी आघात झेल गए
शत्रु के आघात का हम भी, जवाब देने चले गए
प्रतिघात में ,वीर भी सर्जिकल स्ट्राइक खेल गए
मां के आंचल का लाल,तुम छोड़ कहां चले गए
ताक रही तुझे नभ में ,तुम अमर कहानी बन गए
भार्या के माथे की लाली, क्यूं तुम मिटा गए
सूनी आंखो से ताक रही,तुम शहीद हो चले गए
बहनों की राखी की थाली,क्यूं तुम भुला गए
रक्षा सूत्र लिए ताक रही, सूनी कलाई ही चले गए
बच्चों की किलकारी, क्यूं अनसुनी कर गए
सहारा के लिए ताक रहे,तुम अनाथ कर चले गए
प्रियतमा की चौदह फरवरी,क्यूं तुम भुला गए
विराहग्नि में छोड़ उसे,तुम वीर, कहां चले गए
स्वरचित,मौलिक🙏🙏