पुरुष_विशेष
पुरुष_विशेष
एक महिला यदि संस्कारी हो, सुंदर हो, एक अच्छी योग्यता उन्होंने अर्जित कर ली हो, तो सामाजिक दृष्टिकोण से इतना काफ़ी होता है, यदि वह कोई बड़े मुकाम हासिल ना भी की हो तो समाज को इससे ज्यादा मतलब नहीं होता, समाज को केवल महिलाओं के चरित्र, विवाह और बच्चे जैसे मुद्दों से ही मतलब होता है, वो आर्थिक, सामाजिक रूप से कितनी समृद्ध है, इसे केवल अतिरिक्त योग्यता के रूप मे देखा जाता है,
जबकि एक पुरुष यदि संस्कारी, खूबसूरत और अच्छी योग्यता रखता हो तो सामाजिक रूप से उसके लिए इतना काफी नहीं होता, बल्कि उन्हें खुद को समाज के सामने साबित करना होता है, कि हम आर्थिक और सामाजिक रूप से कितने समृद्ध है..
यदि आप पुरुष है, तो आपको अपने कैरियर पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि एक महिला की तुलना में आपकी जवाबदेही और जिम्मेदारी ज्यादा है,
एक महिला किसी भी आर्थिक रूप से समृद्ध व सशक्त पुरुष से आसानी से विवाह कर सकती है, जबकि एक पुरुष को किसी महिला से विवाह करने से पूर्व ख़ुद को साबित करना पड़ता है, खुद को आर्थिक रूप से समृद्ध व सशक्त बनाना पड़ता है।
अपने जीवन के भटकाव से बचिए, क्योंकि जिस वजह से आप आज भटक रहें है, कहीं न कहीं वह आपके आर्थिक व सामाजिक समृद्धि में रुकावट बन रहा है, यदि आप आज भटक गए अपने लक्ष्य से तो कल आप ख़ुद को कोसेंगे, तनाव अवसाद की स्थिति में पहुंच जाएंगे, इसलिए समय रहते ख़ुद को भटकाव से मुक्त करके अपने ध्यान को अपने लक्ष्य की ओर केंद्रित कीजिए.
इस लेख का उद्देश्य किसी भी वर्ग के मध्य भेदभाव करना नहीं, बल्कि खुद के कैरियर के प्रति दृढ़-संकल्पित व ईमानदार बनाना है..