Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2023 · 1 min read

*पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)*

पुरस्कार तो हम भी पाते (हिंदी गजल)
—————————————-
( 1 )
पुरस्कार तो हम भी पाते
यदि थोड़े संबंध बनाते
( 2 )
जिसे मिला सम्मान-पत्र है
जूते उसके घिस-घिस जाते
( 3 )
पद ऊँचा वह ही पाएँगे
मक्खन जो दिन-रात लगाते
( 4 )
जिनके मन में लोभ बस गया
अपमानों से कब घबराते
( 5 )
वादे करते हैं नेताजी
लेकिन उनको नहीं निभाते
( 6 )
यह कहावतों की भाषा है
तारे कौन तोड़ कर लाते
(7)
अपने पेशे से सब नाखुश
ढोल दूर के मगर सुहाते
——————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

331 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
*कबूतर (बाल कविता)*
*कबूतर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
देखो भय्या मान भी जाओ ,मेरा घरौंदा यूँ न गिराओ
देखो भय्या मान भी जाओ ,मेरा घरौंदा यूँ न गिराओ
पूर्वार्थ
हम से मोहबत हों तो वक़्त रहते बता देना|गैरो से जादा बात नही
हम से मोहबत हों तो वक़्त रहते बता देना|गैरो से जादा बात नही
Nitesh Chauhan
ये   मुनासिब  नहीं  हमारे   लिए ,
ये मुनासिब नहीं हमारे लिए ,
Dr fauzia Naseem shad
सपना
सपना
Chaahat
इजहार ए इश्क
इजहार ए इश्क
साहित्य गौरव
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
तेरे चेहरे की मुस्कान है मेरी पहचान,
तेरे चेहरे की मुस्कान है मेरी पहचान,
Kanchan Alok Malu
2986.*पूर्णिका*
2986.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ
क्या ग़ज़ब वाक़या हुआ
हिमांशु Kulshrestha
बहुत कुछ सीखना ,
बहुत कुछ सीखना ,
पं अंजू पांडेय अश्रु
छोड़ तो आये गांव इक दम सब-संदीप ठाकुर
छोड़ तो आये गांव इक दम सब-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मेरी नाव
मेरी नाव
Juhi Grover
"जन्नत का रास्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
तन्हाई ही इंसान का सच्चा साथी है,
तन्हाई ही इंसान का सच्चा साथी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
ढूंढें .....!
ढूंढें .....!
Sangeeta Beniwal
भरे हृदय में पीर
भरे हृदय में पीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
केवल “ॐ” कार है
केवल “ॐ” कार है
Neeraj Mishra " नीर "
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि
Seema gupta,Alwar
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कांग्रेस के नेताओं ने ही किया ‘तिलक’ का विरोध
कवि रमेशराज
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
आवो रे मिलकर पौधें लगायें हम
आवो रे मिलकर पौधें लगायें हम
gurudeenverma198
पुष्प और तितलियाँ
पुष्प और तितलियाँ
Ritu Asooja
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
Keshav kishor Kumar
..
..
*प्रणय*
दो अक्टूबर - दो देश के लाल
दो अक्टूबर - दो देश के लाल
Rj Anand Prajapati
भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला,
भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला,
Shashi kala vyas
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...