पुजारी, शैतान और लाल कुत्ता
एक है मंदिर ढेरों पुजारी उसमें
हर किस्म के छोटे-बड़े नए-पुराने
उस बीच एक धूर्त शैतान
वेश पुजारी का कर धारण
कर मांस मदिरा का भक्षण
मंदिर के सम्मान का करे नाश
शैतान ने पाल रखा है एक कुत्ता
रंग उसका लाल है।।
कुत्ते का रंग लाल है
पुजारियों के भगवा वस्त्र से एतराज है
शैतान के वस्त्र और चरित्र काले
लाल कुत्ते को बहुत आकर्षित करते
शैतान छुप-छुपा बोटियाँ खाता
बची हड्डियां कुत्ता चूस जाता
चूस हड्डियां भोंका करता
मंदिर के इर्द गिर्द मंडराता रहता
पुजारियों के बीच छुपा शैतान
नित नए षड्यंत्र करता
कर षड्यंत्र मंदिर में वैमनस्य बढ़ाता
मंदिर की ख्याति और सम्मान पे दाग लगाता
शैतान करें मंदिर के अंदर साजिशें
लाल कुत्ता बाहर जोर लगा भौंके
शैतान ने पाल रखा है एक कुत्ता
कुत्ते का रंग लाल है।।
भौंक भौंक हुआ पागल
हो पागल काटने को दौड़ता
पैरों की अंगुलियों में फंसा कलम
कलम की धौंस जमाता
कोई ना पूछता किसी को ना रुचता
राह चलते लोगो पर खूब शोर मचाता
पाता हड्डियां अब बोटियाँ पाने लगा
कुछ कहें पर, लाल कुत्ता वफादार है
शैतान के समर्थन में पक्ष में
दुम हिलाता दम लगाता
शैतान ने पाल रखा है एक कुत्ता
कुत्ते का रंग लाल है।।