पी ,एच,डी।
आज के विद्यार्थियों को अपने मूल बिषय में तो पी, एच डी करना ही चाहिए। नहीं तो हमारी शिक्षा का कोई मूल्य नहीं होगा।हमारी शिक्षा नकल पर आधारित हो जायेगी। किसी दूसरे लेखक की पुस्तकें पढ़कर हमने डिग्री तों प्राप्त कर लिया पर बिषय पर कोई रिसर्च किया। तभी तो हमें पता चलेगा कि हमारा बच्चा पढ़ने में बहुत होशियार है।इस बात पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इससे हमारा दिमाग भी बढ़ेगा। क्योंकि शिक्षा की नींव शोध पर रखीं गई है।