पीपल की छाया
पीपल की छाया ठंडी पीपल की छाया।
गांवों की सुंदरता को बढ़ाती।
गर्मियों मे भी ठंडी का अहसास कराती।
गांव की पंचायत का स्थान बन जाती।
उड़ते पंछियों का आशियाना बन जाती।
लोगों के मन में आस्था का भाव जगाती।
राहगीरों को जिंदगी हैं दिलाती।
गरीब लोगों का निवास बन जाती।
बच्चों के लिए खेल का मैदान बन जाती।
पत्तों से बच्चों का खिलौना बन जाती।
ठंडी हवा से तरोताजा दिन हैं बनाती।
बारिश में मनमोहक सुंदरता दिखाती।
लकड़ियों से आय का स्रोत बन जाती।
निकल जानें पर गांव की याद तो दिलाती।
पतझड़ में पत्तों का शोक हैं जताती।
बसंत में अपना सुनहरा रूप दिखाती।
मनुष्य जीवन का बचपन हैं दिखाती।
हमेशा ही सहयोग की भावना सीखाती।
बारिशों में नया ये जीवन हैं पाती।
डालियों से एकता का संदेश पहुंचाती।
सुबह में मधुर संगीत हैं सुनाती।