पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
अपमानित होकर मानव प्रतिशोध लिया करता है ।।
रस्सी जल जाने पर भी ऐंठन किसकी कब जाती ,
प्रतिशोध न ले पाने पर संत्रास जिया करता है ।।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पीड़ा थकान से ज्यादा अपमान दिया करता है ।
अपमानित होकर मानव प्रतिशोध लिया करता है ।।
रस्सी जल जाने पर भी ऐंठन किसकी कब जाती ,
प्रतिशोध न ले पाने पर संत्रास जिया करता है ।।
महेश चन्द्र त्रिपाठी