पितृ दिवस ( father’s day)
पितृ दिवस ( father’s day)
अभी तो चारों तरफ सवेरा है
सोचूं क्यों जीवन में अंधेरा है
हो न हो, साया है उसका सिर पर
संग नाम का, उसके बसेरा है ।।
सूर्यकांत
पितृ दिवस ( father’s day)
अभी तो चारों तरफ सवेरा है
सोचूं क्यों जीवन में अंधेरा है
हो न हो, साया है उसका सिर पर
संग नाम का, उसके बसेरा है ।।
सूर्यकांत