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18 Jun 2023 · 1 min read

पितृ दिवस पर

जीवन भर बेशक नही, रहा तात का साथ ।
सर से आशीर्वाद का,हटा नही पर हाथ ।।

हुई सयानी बेटियाँ,….. नही रहा ये ध्यान !
पिता खिलौनो की अभी, ढूँढ रहा दूकान !!

माँगा जो भी दे दिया,किया नही इन्कार !
पापा जैसा दूसरा ..हुआ नही दातार !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 367 Views
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