पिता
मिली जो जिंदगी फिर से अपने पास बुलाना,
थाम के मेरी बाहों को फिर से चलना सिखलाना।
गिर जाऊं जो चलते चलते अपनी बाहों में उठाना,
प्यारी सी लोरी गाके पिता तुम गोद में अपनी सुलाना।
मतलबी दुनिया के मतलबी लोगों से मुझको बचाना,
सच्चाई की कठिन डगर की फिर से पहचान कराना।
जो तकदीर मेरी तेरी गोद ना दे,
मुझको नहीं आना जग में बाबा,
मुझको नहीं आना जग में।