पिता का साया
एक अनोखी सुकून है देता
फिक्र का आभास दिलाता
आत्मविश्वास को जो बढ़ाता
वही तो है पिता का साया।
संघर्ष सदा सिखाते जो है
बिना रोक आगे बढ़ाते जो हैं
बातों से प्यार जताते जो हैं
रूठने पर सदा मानते जो है
बारिश मे छाता हो जैसे
वैसा ही होता पिता का साया
जीवन जहाँ गुजारा करते
हँसी ठहाके लगाया करते
बुरा करने पर घबराया करते
यही तो है पिता का साया।
ईश्वर के जैसे लगते है जो
वही तो है पिता का साया।