Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

पिता का गीत

गीत
मत पूछो किस तरह जिया हूं ।
कदम-कदम पर गरल पिया हूं

इस दीपक के दस दीवाने
सबकी चाहत ओ’ उलाहने
जर्जर काया, पास न माया
कैसे कह दे धूप न साया
घर कहता है नई कहानी
बूढ़ी आंखें, सुता सयानी

मत पूछो किस तरह जिया हूं
कदम-कदम पर गरल पिया हूं

मेरे राज़ हवा ही जाने
मेरे काज दवा पहचाने
नापी धरती, देखे सपने
उखड़ी सांसें, रूठे अपने
अब पैरों पर जगत खड़ा है
देखो तो, बीमार पड़ा है
मत पूछो किस तरह जिया हूं
कदम-कदम पर गरल पिया हूं

गंगा मेरे तट पर आई
देख मुझे, रोई बलखाई
बोली-बोली हे ! गंगाधर
उलझे-उलझे क्यों ये अक्षर
मुझसे ले तू छीन रवानी
जीवन तो है बहता पानी

मत पूछो किस तरह जिया हूं।
कदम-कदम पर गरल पिया हूं।।

सूर्यकांत द्विवेदी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 197 Views
Books from Suryakant Dwivedi
View all

You may also like these posts

बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
जय श्री राम
जय श्री राम
आर.एस. 'प्रीतम'
..
..
*प्रणय*
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
दुश्मनों की कमी नहीं जिंदगी में ...
दुश्मनों की कमी नहीं जिंदगी में ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
बावरे नैना
बावरे नैना
ललकार भारद्वाज
खुश रहने से और नेकियाँ करने से बड़ी उम्र भी छोटी लगती है ,
खुश रहने से और नेकियाँ करने से बड़ी उम्र भी छोटी लगती है ,
Neelofar Khan
वक्त से लड़कर अपनी तकदीर संवार रहा हूँ।
वक्त से लड़कर अपनी तकदीर संवार रहा हूँ।
सिद्धार्थ गोरखपुरी
" हम तो हारे बैठे हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Pardushan
Pardushan
ASHISH KUMAR SINGH
खुद्दारी
खुद्दारी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
33Win cung cấp các thể loại game nổi bật như cá cược thể tha
33Win cung cấp các thể loại game nổi bật như cá cược thể tha
Nhà cái 33WIN
दहेज बना अभिशाप
दहेज बना अभिशाप
C S Santoshi
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ठहर गया
ठहर गया
sushil sarna
तन्हा था मैं
तन्हा था मैं
Swami Ganganiya
4578.*पूर्णिका*
4578.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी हर लूट में वो तलबगार था,
मेरी हर लूट में वो तलबगार था,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
Paras Nath Jha
सफलता
सफलता
Raju Gajbhiye
यादों के झरोखे से
यादों के झरोखे से
Usha Gupta
एक सही आदमी ही अपनी
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
श्रीकृष्ण जन्म...
श्रीकृष्ण जन्म...
डॉ.सीमा अग्रवाल
खुद से ही अब करती बातें
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
जिसके हर खेल निराले हैं
जिसके हर खेल निराले हैं
Monika Arora
सीमा पार
सीमा पार
Dr. Kishan tandon kranti
महालय।
महालय।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
Ravi Prakash
इस जीवन में हम कितनों को समझ गए,
इस जीवन में हम कितनों को समझ गए,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...