पिता,पति फिर बेटा जीने का साधन होगा
पिता,पति फिर बेटा जीने का साधन होगा
आज सास तो कल बहु का शासन होगा
गरीबों के लिए आर ओ बासमती चावल कहां
पीने के लिए नल खाने को कोटे का राशन होगा
बढ़ती बेरोजगारी बढ़ते अपराधों का अम्बार
न जाने कब चुस्त-दुरुस्त प्रशासन होगा
जहां भी जाये सुकून ही सुकून पाये
ऐसा कब मेरे देश का राजन होगा
सच्चाई का मोमबत्ती जला दो”नूरी”
वरना हर घर में रावण दुशासन होगा
नूरफातिमा खातून”नूरी”