पाषाण प्राण प्रतिष्ठा
तुम जिसे पाषाण कहते हो।
अपने तर्कों से जिसका अपमान करते हो ।
तुम्हें क्या पता वेद मंत्रों की शक्ति का जो इस पाषाण में भी प्राण फूंक देती है।
जिससे इसके द्वारा प्रसारित सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति होती है।
आधुनिक विज्ञान ने भी अपने शोध से यह सिद्ध किया है ।
जिससे अनभिज्ञ अब तक यह जगत रहा है।
आग्रह है तुमसे कि तुम भी यह अनुभूति करो ।
अपने मानस पटल पर अब तक छाए अज्ञान के अंधकार को दूर करो।