– -पाश्चात्य सभ्यता
भारत को बना दिया इण्डिया,
सब संस्कारों को भुला दिया,
सारी संस्कृति को छुपा दिया,
आधुनिकता की अंधी दौड़ में,
सबकुछ पीछे छोड़ दिया,
ना सामाजिकता की चिंता,
गर्त में ले जायेगी पाश्चात्य सभ्यता,
ना ही हिंदी तिथि का ज्ञान,
नहीं हिंदी त्योहारों का भान,
ना होता गुरु, माता-पिता का सम्मान,
खान-पान, रहन-सहन सब बदल गए,
अपनी संस्कृति सभ्यता सब भाड़ में गए।
– सीमा गुप्ता