पावस
रिमझिम पावस की धारा है ।
अंतर आकुल अंगारा है।
सुख सरिता सौरभ सुरत सरस-
चित- चिंतन- चित्र तुम्हारा है।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
रिमझिम पावस की धारा है ।
अंतर आकुल अंगारा है।
सुख सरिता सौरभ सुरत सरस-
चित- चिंतन- चित्र तुम्हारा है।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली