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22 Apr 2023 · 1 min read

पाया किसने आत्म को ,भाग्यवान वह कौन (कुंडलिया)

पाया किसने आत्म को ,भाग्यवान वह कौन (कुंडलिया)
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पाया किसने आत्म को ,भाग्यवान वह कौन ?
शांत सौम्य अंतर्मुखी , रहता प्रायः मौन
रहता प्रायः मौन , नित्य जो ध्यान लगाता
अहित न जिसकी चाह , बैर को दूर भगाता
कहते रवि कविराय ,राग जिसने मधु गाया
धन्य-धन्य वह जीव ,आत्म को जिसने पाया
—————————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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