पाप को तेरी ललकार सुनी है आज पुरी दुनियां ने
पाप को तेरी ललकार सुनी है आज पुरी दुनियां ने
सत्य की सच्ची पुकार सुनी है आज पुरी दुनियां ने
अत्याचारी दंभ भरेगा कब तक अपनी झुठी सत्ता का
हिन्द के शेरनी कि दहाड़ सुनी है आज पुरी दुनियां ने
पाप को तेरी ललकार सुनी है आज पुरी दुनियां ने
सत्य की सच्ची पुकार सुनी है आज पुरी दुनियां ने
अत्याचारी दंभ भरेगा कब तक अपनी झुठी सत्ता का
हिन्द के शेरनी कि दहाड़ सुनी है आज पुरी दुनियां ने