-पापा
माता -पिता होते हैं बच्चों का संसार,
मां का दुलार और पिता का स्नेह प्यार,
होता सबसे ज्यादा अनमोल उपहार,
पापा के बिन आज सूना उनका कमरा,
उनकी मधुर यादों से रहता मन खरा,
बचपन उनका गुजरा ऐशो आराम का,
जवानी से आगे का सफर था संघर्ष भरा,
भाईयों को अपने बलबूते पर करा खड़ा,
बहन के प्यार ने रखा था मजबूत कड़ा,
बच्चों पर ममता दिल में कूट कर भरी, चिंता मां थी हमेशा, पर कभी कही नहीं,
सचको जिया,बेईमानी का विरोध किया,
घर के सारे बच्चें होते उनकी आंखों के तारे,
सभी अपनों के लिए ढेर सारे सपने सजाते,
मुश्किल हो कोई समझदारी से सुलझाते,
अपनी परेशानी को किसी से नहीं बताते,
आज……अब पापा के जाने के बाद……
कुछ अधूरे हो गए हम सब!!!!!!?
पापा की कमी खलती है….. आवाज़
पापाकीसुनने को कान की नली तड़पती हैं;;
भक्ति- भजन भरा था पापा के रोम -रोम
में,
भाग्ययशाली है हम यही सुंदर गुण मिला हमको विरासत में,
पापा आपका त्याग,प्यार दुलार,
रहेगा हमारे पास,,
नहीं भूलेंगे आपकों,आपका आशीर्वाद रहेगा हम सबके साथ,,
धन्य है! हम है आपके बच्चे……पापा
बाबा,ताऊ,नाना,बने आप बहुत अच्छे,
अंत समय में हम सभी थेआपके साथ ,
दर्शन की अंतिम खुशी करती सबको आबाद??
हम सबका अभिमान थे हमारे पापा
पापा के लिए कितना भी कहो सब कम है।
पापा ही बच्चों का अथाह धन है।
– सीमा गुप्ता