पापा मुझे पढने दो
आसमान को छूने दो आगे मुझे बढने दो,
मै आपकी प्यारी बेटी पापा मुझे पढने दो।
भैया भी जाते स्कूल मै भी पढना चाहती हूँ,
नाम रोशन करूंगी आपका पापा मुझे पढने दो।
खिलौनों से खेल खेलकर बोर बहुत हो जाती हूँ,
समय व्यर्थ है होता जाता पापा मुझे पढने दो।
बच्चे सभी पडोस के चिडाते रहते मुझे सदा,
अनपढ मैं रह जाऊँगी पापा मुझे पढने दो।
घर के काम सीखकर करती रहूँगी क्या यही सदा,
बदल रहा है जमाना हर दिन पापा मुझे पढने दो।
पढ लिखकर देश और समाज की सेवा करनी है,
गर्व से सिर ऊँचा होगा आपका पापा मुझे पढने दो।
अशोक छाबडा
09122016