जल ही जीवन है
पृथ्वी माता कह रही सबसे यहीं पुकार
व्यर्थ में न करो तुम,हे मानव पानी को बेकार
पानी का कोई मोल नहीं है,यह है सबसे अनमोल
बिन पानी के इस पृथ्वी का,नहीं है कोई अर्थ
जल ही जीवन ,जीवन ही जल
जल ही पृथ्वी का आधार
बचा न पाए जल पृथ्वी पर
तो फिर मचेगा हाहाकार
जल के बिना नहीं है सम्भव
पृथ्वी प्रकृति और इन्सान
जल का ऐसे उपयोग करो तुम
जैसे ईश्वर का प्रसाद
जल से ही सम्भव है
सारी दुनिया का विकास
छोटी छोटी बातों को, यदि लें जीवन में उतार
उतना ही उपयोग करेंगें, जितने का होगा काम
जल का सद उपयोग करेंगें, ना होने देंगें बर्बाद
पृथ्वी माता कह रही सबसे यहीं पुकार
व्यर्थ में न करों तुम,हे मानव पानी को बेकार
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ