पानी के लिए हाहाकार
जल्दी उठना ।
जल लेकर आना ।।
बर्तन लाना ।।
भीड़ है लगी ।
सब पानी लाएगी ।।
भौर भागेगी ।
हमे खेलना ।
नही यह झेलना ।।
शाला है जाना ।
उम्र कच्ची है ।
किंतु सोच सच्ची है ।।
हम बच्ची है ।
पथ कंकर ।
सिर पर गागर ।।
है मजबूर ।
गर्मी प्रखर ।
चलना कोस भर ।।
जीना दूभर ।
भू का आधार ।
बिना जल बेकार ।।
मची हा कार ।
संचय नीर ।
तो नही सागर ।।
समझो यार ।
पेड़ लगाओ ।
यह संदेश बांटो ।।
गौर से सुनो ।
(जेपीएल, हरदा , म.प्र. )