Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2021 · 1 min read

पादप जगत

जिनके कर्म है पूजा अर्चना आराधना,
चूक जाते है गुण धर्म उपयोग जानना.
.
वट पूजन,तुलसी पूजते, पीपर सूत्रधार.
उपयोगिता इनकी जगत मे जीवनधार.

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
2531.पूर्णिका
2531.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सहकारी युग ,हिंदी साप्ताहिक का 15 वाँ वर्ष { 1973 - 74 }*
सहकारी युग ,हिंदी साप्ताहिक का 15 वाँ वर्ष { 1973 - 74 }*
Ravi Prakash
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Surinder blackpen
इतनी खुबसुरत हो तुम
इतनी खुबसुरत हो तुम
Diwakar Mahto
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
शे'र
शे'र
Anis Shah
गुरूर चाँद का
गुरूर चाँद का
Satish Srijan
माँ
माँ
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
हम तो मर गए होते मगर,
हम तो मर गए होते मगर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस ,
कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
संवेदनहीन
संवेदनहीन
अखिलेश 'अखिल'
???
???
शेखर सिंह
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
लौट चलें🙏🙏
लौट चलें🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
Atul "Krishn"
इंसानियत
इंसानियत
साहित्य गौरव
#कृतज्ञतापूर्ण_नमन
#कृतज्ञतापूर्ण_नमन
*प्रणय प्रभात*
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
मैं जीना सकूंगा कभी उनके बिन
कृष्णकांत गुर्जर
संस्कृत के आँचल की बेटी
संस्कृत के आँचल की बेटी
Er.Navaneet R Shandily
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
संगीत
संगीत
Neeraj Agarwal
हकीकत
हकीकत
dr rajmati Surana
हिन्दी पर हाइकू .....
हिन्दी पर हाइकू .....
sushil sarna
असफलता का जश्न
असफलता का जश्न
Dr. Kishan tandon kranti
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
Anil Mishra Prahari
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
रोशनी सूरज की कम क्यूँ हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...