पागल हाथी !
यह न्यूज चैनल वाले ,
चिल्ला चिल्ला कर ,
दिमाग में दही जमाते है ।
और तिल का ताड़ बनाकर,
जनता को डराते है।
क्यों नहीं कोई अंकुश लगाता इन पर?
बेलगाम घोड़े से ये बनते जा रहे है ।
या यूं समझो पागल हाथी से ,
बनते जा रहे हैं।
यह न्यूज चैनल वाले ,
चिल्ला चिल्ला कर ,
दिमाग में दही जमाते है ।
और तिल का ताड़ बनाकर,
जनता को डराते है।
क्यों नहीं कोई अंकुश लगाता इन पर?
बेलगाम घोड़े से ये बनते जा रहे है ।
या यूं समझो पागल हाथी से ,
बनते जा रहे हैं।