पागल लड़की~4
एक पागल सी लड़की है
जो बेपनाह मोहब्बत करती है
तुम याद नहीं करते मुझको
हर रोज शिकायत करती है
वो कहती तुम बहुत बुरे हो
पल पल मुझको तड़पाते हो
बस एक मिलन की ख्वाहिश है
ये बात समझ नहीं पाते हो
फिर भी छुप छुप कर रब से मेरी
हर रोज इबादत करती है
एक पागल सी लड़की है
जो बेपनाह मोहब्बत करती है
वो कहती तुम दूर बहुत हो
तुम हर दिल में मशहूर बहुत हो
मैं बहुत अधूरी हूँ तुम बिन
तुम फिर भी मगरूर* बहुत हो
वो मेरे लिए ज़माने से
हर रोज बग़ावत करती है
एक पागल सी लड़की है
जो बेपनाह मोहब्बत करती है
*मगरूर – अभिमानी
… भंडारी लोकेश ✍️