पागल बना दे
उसकी यादों का इस क़दर कायल बना दे,
ऐ ख़ुदा ऐसा कर तू मुझे अब पागल बना दे।
रोज़ – रोज़ होश में रहना गवारा नहीं मुझको,
बेहोश बरसने वाला कोई बादल बना दे।
उसकी यादों का इस क़दर कायल बना दे,
ऐ ख़ुदा ऐसा कर तू मुझे अब पागल बना दे।
रोज़ – रोज़ होश में रहना गवारा नहीं मुझको,
बेहोश बरसने वाला कोई बादल बना दे।