पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
जिंदगी में अब ग़मो की कोई कीमत ही नहीं।
सबसे अफ़ज़ल मेरे महबूब की मोहब्बत है।
जिंदगी में मेरी अब कोई नसीहत ही नहीं।।
Phool gufran
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
जिंदगी में अब ग़मो की कोई कीमत ही नहीं।
सबसे अफ़ज़ल मेरे महबूब की मोहब्बत है।
जिंदगी में मेरी अब कोई नसीहत ही नहीं।।
Phool gufran