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14 Aug 2024 · 1 min read

पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।

पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
जिंदगी में अब ग़मो की कोई कीमत ही नहीं।
सबसे अफ़ज़ल मेरे महबूब की मोहब्बत है।
जिंदगी में मेरी अब कोई नसीहत ही नहीं।।
Phool gufran

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