पाक तेरा क्या होगा अंजाम
क्या होगा अंजाम पाक तेरा क्या होगा अंजाम
कोई तेरी औकात नही है
कोई सच्ची बात नही है
दंभ मे मे भरा दिन रात
हो चुका आतंकी बदनाम
पाक तेरा क्या होगा अंजाम
कभी आईने सम्मुख बैठो
कभी देखिये काली करतूत
यहां वहां सार्क सम्मेलन
सब जगह बोलता झूठ
नही कोई ईज्जत तेरी है
नही कोई सम्मान पाक तेरा क्या होगा अंजाम
मत भूलो वीरो से टक्कर
हार चुके है देख कर बल
एक नही हर बार
तू करता पीछे से वार
अगर हिम्मत है औकात
सामने आकर देखो एक बार
मिट जायेगा नक्शे से नाम पाक तेरा क्या होगा अंजाम
भूखे नंगे और भिखारी
मरती तेरी आवाम है सारी
आतंकी का पोषक बनता
तू सब देशो मे बदनाम पाक तेरा क्या होगा अंजाम
विन्ध्यप्रकाश मिश्र.