पाकीज़ा इश्क़
एक तूँ ही तो है पाकीज़ा इश्क़ मेरा
बस तुमसे ही तो मेरी ये जिंदगानी है
एक तूँ ही तो है………..
मुझे और क्या लेना किसी से कुछ
तुमसे ही तो मेरे प्यार की कहानी है
एक तूँ ही तो है………..
तुम मिले हो तो हैं जहाँ की रौनक
यही तो मुझपे खुदा की मेहरबानी है
एक तूँ ही तो है…………
नहीं चाहत है मुझे किसी दौलत की
तेरी मोहब्बत बेसकिमती निशानी है
एक तूँ ही तो है………..
‘विनोद’साथ रहना तूँ यूँ ही हर पल
बाकी तो जिंदगी सभी की फ़ानी है
एक तूँ ही तो है पाकीज़ा इश्क़ मेरा
बस तुमसे ही तो मेरी ये जिंदगानी है