Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Feb 2020 · 1 min read

*”पहेली *”

“पहेली”
हर सवाल ,
जवाब है ढूंढती ,
बूझे पहेली ।
एक पहेली ,
जानी पहचानी सी ,
समझ खेली।
आत्म विश्वास,
सुख दुःख जीवन ,
बनी सहेली ।
कभी हंसाये ,
कभी गम के साये ,
कैसी पहेली।
जीवन अजब गजब पहेली जितना बूझो उतनी सूझे पहेली

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सपना
सपना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
द़ुआ कर
द़ुआ कर
Atul "Krishn"
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
Ranjeet kumar patre
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
आजकल लोग का घमंड भी गिरगिट के जैसा होता जा रहा है
शेखर सिंह
बँटवारे का दर्द
बँटवारे का दर्द
मनोज कर्ण
"अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
एक हाथ में क़लम तो दूसरे में क़िताब रखते हैं!
एक हाथ में क़लम तो दूसरे में क़िताब रखते हैं!
The_dk_poetry
#महाभारत
#महाभारत
*Author प्रणय प्रभात*
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैंने कहा मुझे कयामत देखनी है ,
मैंने कहा मुझे कयामत देखनी है ,
Vishal babu (vishu)
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
स्मृति : पंडित प्रकाश चंद्र जी
स्मृति : पंडित प्रकाश चंद्र जी
Ravi Prakash
कुत्ते की व्यथा
कुत्ते की व्यथा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
सीता ढूँढे राम को,
सीता ढूँढे राम को,
sushil sarna
'क्यों' (हिन्दी ग़ज़ल)
'क्यों' (हिन्दी ग़ज़ल)
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Even if you stand
Even if you stand
Dhriti Mishra
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
2327.पूर्णिका
2327.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक -  आप और हम जीवन के सच
शीर्षक - आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
Abhishek Soni
मेरा प्रदेश
मेरा प्रदेश
Er. Sanjay Shrivastava
छोड़ जाएंगे
छोड़ जाएंगे
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
कविता कि प्रेम
कविता कि प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अपने होने
अपने होने
Dr fauzia Naseem shad
"दोस्ती के लम्हे"
Ekta chitrangini
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Prakash Chandra
फितरत
फितरत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
दोस्त
दोस्त
Pratibha Pandey
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
Loading...