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29 Aug 2019 · 1 min read

पहुँचेगे मंजिल तक

है कठिन
जीवन यात्रा
दुर्गम पथ
बीहड़ जंगल
पर्वत और
नदी नाले
हो दृढ़ विश्वास
मन में
हो सच्ची लगन
और मेहनत
पहुँचेगे
मंजिल अपनी

स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
311 Views
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