पहाड़ों पर बर्फबारी
क्यों खुश है आज ये आसमां इतना
जो कर रहा चांदी की बारिश
है ये करिश्मा कुदरत का या
रची है आसमां ने कोई साज़िश।।
पेड़ हो या हो पहाड़ आज,
सबको ढक दिया सफेद चादर ने
नज़र आ रहा है सब सफेद यहां
ये कैसा जादू किया है कुदरत ने।।
झुक गई है पेड़ों की डाल
बर्फ के इस बोझ से आज
जानलेवा हो गए है रास्ते
बर्फ पर फिसलन से आज।।
देखने में लगती बहुत अच्छी
छूने पर ठंडक का अहसास
बढ़ा रही बागवानों की आस
बुझा रही इस धरती की प्यास।।
जब गिरती है बर्फ आसमां से
लगता है जैसे कोई रूई फेंक रहा
लग रही है उसको भी ठंड अब
तभी बर्फ धरती की ओर फेंक रहा।।
रुक गया है सबकुछ शहर में
गिरी है बर्फ जबसे शहर में
हो गई है सड़कें भी सुनसान
ये कैसा सन्नाटा छाया है शहर में।।
रुक नहीं रही है ये बर्फबारी
मौसम में छाई है ये कैसी खुमारी
बहुत हो गया है अब तो यारो
जाने कब रुकेगी अब ये बर्फबारी।।