पहला प्यार
वो तेरा पहला प्यार नहीं है
क्यों तुझको गलतफहमी हुई है
वो चली गई तो क्या हुआ
जमीं आज भी वहीं ठहरी हुई है
पहला प्यार तो तेरा है वो
जिसकी गोद में खुश हो जाता था तू
जब सामने आता था वो चेहरा
उसको देखकर महक जाता था तू
क्यों भूल गया आज तू सबकुछ
उसकी जान बसती है आज भी तुझमें
मिल जाएगी महबूबा तो दूसरी तुमको
लेकिन दूसरी मां नहीं मिलेगी जग में
क्या नहीं सहा है तेरे लिए उसने
रातें जागी है न जाने कितनी उसने
तुझको आज इतना भी याद नहीं
नौ महीने पेट में पाला है तुमको उसने
दो दिन का प्यार छोड़ गया तुमको
देख, हालत क्या हो गई आज तेरी
सोचो हो जाए अगर तुम्हें कुछ कभी
तो जीते जी मर जाएगी वो मां तेरी
माना अपना ख़्याल नहीं है तुझको
मां का तो थोड़ा ख़्याल कर
छोड़ा है अगर किसी हसीना ने तुम्हें
किसी और हसीना से प्यार कर
ये तेरा जीवन नहीं है सिर्फ़ तेरा
तुझमें तेरी मां की जान बसती है
करनी है तुझे हिफाज़त उसकी
खुदा से भी बड़ी जिसकी हस्ती है।