Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

पहचान

तपता सूरज, शितल चाँद,
गहरा समुंदर, पथरीला पथ,
सबकी अपनी अपनी पहचान…..
बिना बिजली की बारीश,
बिना तारों का आकाश,
और बिना काँटों का गुलाब ये सब अधुरे हैं,
क्यों की बिजली, तारें, काँटे यही तो इनकी
पहचान हैं……
इसीतरह बिना संघर्ष के जीवन नहीं होता,
और जो संघर्ष से जीत गया वही
इंसान की पहचान हैं……

26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
goutam shaw
क्या होगा लिखने
क्या होगा लिखने
Suryakant Dwivedi
पुस्तक समीक्षा-सपनों का शहर
पुस्तक समीक्षा-सपनों का शहर
गुमनाम 'बाबा'
तेरी याद
तेरी याद
Shyam Sundar Subramanian
फूक मार कर आग जलाते है,
फूक मार कर आग जलाते है,
Buddha Prakash
*ज्ञान मंदिर पुस्तकालय*
*ज्ञान मंदिर पुस्तकालय*
Ravi Prakash
सदविचार
सदविचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
महा कवि वृंद रचनाकार,
महा कवि वृंद रचनाकार,
Neelam Sharma
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
श्री राम! मैं तुमको क्या कहूं...?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
दूर नज़र से होकर भी जो, रहता दिल के पास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुहब्बत
मुहब्बत
बादल & बारिश
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
Keshav kishor Kumar
सीनाजोरी (व्यंग्य)
सीनाजोरी (व्यंग्य)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
शोर बहुत करती हैं,
शोर बहुत करती हैं,
Shwet Kumar Sinha
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Kanchan Khanna
लोगों को जगा दो
लोगों को जगा दो
Shekhar Chandra Mitra
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शेरे-पंजाब
शेरे-पंजाब
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
पापा का संघर्ष, वीरता का प्रतीक,
पापा का संघर्ष, वीरता का प्रतीक,
Sahil Ahmad
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
Kshma Urmila
बर्फ
बर्फ
Santosh kumar Miri
#फ़र्ज़ी_उपाधि
#फ़र्ज़ी_उपाधि
*प्रणय प्रभात*
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3302.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*वह अनाथ चिड़िया*
*वह अनाथ चिड़िया*
Mukta Rashmi
गंगा- सेवा के दस दिन (नौंवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (नौंवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
DrLakshman Jha Parimal
"कथनी-करनी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...