Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2017 · 1 min read

पसीने से ख़ुद को तो भिगाया करो

ग़म की हो या हो ख़ुशी का ही पल
दोस्तों को तुम मत भूल जाया करो/

रिश्तों में कुछ नयापन सा आ जाएगा
संग उनके तो महफ़िल सजाया करो/

मिल जाएँगी ख़ुशियाँ तो बे-इंतहा
रोतों को ही अगर तुम हँसाया करो/

दौड़ते को तो गिराते ही सब हैं यहाँ
गिरते को अब तुम तो उठाया करो/

राह कठिन हो,मिलेगी मंज़िल मगर
पसीने से ख़ुद को तो भिगाया करो/

दायित्वों का गर बोझ बढ़ ही गया
बारिश में तब खुलकर नहाया करो/

लौट बचपन में थोड़ा तुम तो चलो
काग़ज़ की नाँव कभी बहाया करो/

जो तुम्हारी फ़िकर करते रहते सदा
उनको तो तुम मत भूल जाया करो/

पा जाओ ही जब उन्नति का शिखर
मग़रूर कभी भी मत हो जाया करो/

बुज़ुर्गों की नेकी से ही फलते हैं हम
उनसे तो अदब से पेश आया करो/

1 Like · 1 Comment · 742 Views

You may also like these posts

तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर।
तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभाल कर।
लक्ष्मी सिंह
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
पुस्तक तो पुस्तक रहा, पाठक हुए महान।
Manoj Mahato
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
दिल-ए-साकित सज़ा-ए-ज़िंदगी कैसी लगी तुझको
Johnny Ahmed 'क़ैस'
कातिल है अंधेरा
कातिल है अंधेरा
Kshma Urmila
मुझसे   मेरा   ही   पता   पूछते   हो।
मुझसे मेरा ही पता पूछते हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तुम्हारी आँखें।
तुम्हारी आँखें।
Priya princess panwar
बारिश आई
बारिश आई
अरशद रसूल बदायूंनी
एक लेख
एक लेख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
अगर कभी....
अगर कभी....
Chitra Bisht
जनता मारेगी कोड़ा
जनता मारेगी कोड़ा
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
आ गया है मुस्कुराने का समय।
आ गया है मुस्कुराने का समय।
surenderpal vaidya
" ऐतबार "
Dr. Kishan tandon kranti
23/92.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/92.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
लिखूं अहसास दिल के धड़कनों में तुम छुपा देना ।
लिखूं अहसास दिल के धड़कनों में तुम छुपा देना ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
ये बेपरवाही जंचती है मुझ पर,
ये बेपरवाही जंचती है मुझ पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*हुड़दंगी यह चाहते, बने अराजक देश (कुंडलिया)*
*हुड़दंगी यह चाहते, बने अराजक देश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
#उलझन
#उलझन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
Ram
Ram
Sanjay ' शून्य'
सुख - डगर
सुख - डगर
Sandeep Pande
अप्रीतम
अप्रीतम
Dr.sima
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ये कटेगा
ये कटेगा
शेखर सिंह
कभी मोहब्बत जताते नहीं
कभी मोहब्बत जताते नहीं
Jyoti Roshni
कैसे छपेगी किताब मेरी???
कैसे छपेगी किताब मेरी???
सोनू हंस
कुछ नया करो।
कुछ नया करो।
Kuldeep mishra (KD)
अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!!
अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!!
Jyoti Khari
शु
शु
*प्रणय*
मन को समझाने
मन को समझाने
sushil sarna
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
Shweta Soni
Loading...