पल भर भी जो जिए नहीं
पल भर भी जो जिए नहीं
इंसान की तरह.
वो आज पूजे जा रहे
भगवान की तरह..
है मेहरबान मीडिया
पैसों की वजह से
दुनिया में छा गए हैं
वो तूफान की तरह..
नेताओं की वजह से
देश टूट रहा है
बर्बाद कर रहे हैं
किसी डान की तरह..
ऐसी मची है लूट
कुछ भी पूछिए नहीं
पैसों से हुआ प्यार
दिलो जान की तरह..
उपदेश दूसरों के लिए
दे रहे हैं वो
आपस में लड़ रहे मगर
शैतान की तरह..
गिरवी हैं पूंजी पतियों
और पैसों के हाथ में
भगवान को भी बेचते
सामान की तरह..
चश्में उतार कर अगर
हम देख सकें तो
हालात हैं बिखरे हुए
अरमान की तरह..
—–मीना सिंह राठौड़
नोएडा उत्तर प्रदेश।
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