पल पल दिल के पास तुम रहती हो
जी हाँ मैं पागल हूँ
तेरे इश्क़ में घायल हूँ
तू ताज है मेरे सर का
मैं तेरी पायल हूँ
तेरे होने से मंज़िल है
मुझे दुनिया भी हासिल है
बिन तेरे जीना तन्हां
ये काम मुश्किल है
मेरे दिल के ग़ज़लों की
तू ही तो महफ़िल है
पल पल दिल के पास
तुम रहती हो