Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

पल पल दिल के पास तुम रहती हो

जी हाँ मैं पागल हूँ
तेरे इश्क़ में घायल हूँ
तू ताज है मेरे सर का
मैं तेरी पायल हूँ

तेरे होने से मंज़िल है
मुझे दुनिया भी हासिल है
बिन तेरे जीना तन्हां
ये काम मुश्किल है
मेरे दिल के ग़ज़लों की
तू ही तो महफ़िल है

पल पल दिल के पास
तुम रहती हो

102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
!! वो बचपन !!
!! वो बचपन !!
Akash Yadav
हम सब की है यही अभिलाषा
हम सब की है यही अभिलाषा
गुमनाम 'बाबा'
*
*"गुरुदेव"*
Shashi kala vyas
एक दिन हम भी चुप्पियों को ओढ़कर चले जाएँगे,
एक दिन हम भी चुप्पियों को ओढ़कर चले जाएँगे,
पूर्वार्थ
Freedom
Freedom
Shyam Sundar Subramanian
भरोसा खुद पर
भरोसा खुद पर
Mukesh Kumar Sonkar
झूठी है यह जिंदगी,
झूठी है यह जिंदगी,
sushil sarna
*पल  दो पल  मेरे साथ चलो*
*पल दो पल मेरे साथ चलो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
गीतिका
गीतिका
surenderpal vaidya
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
मुक्तक –  अंत ही आरंभ है
मुक्तक – अंत ही आरंभ है
Sonam Puneet Dubey
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*प्रणय*
हिंदी दोहे -कदंब
हिंदी दोहे -कदंब
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"मन की खुशी "
DrLakshman Jha Parimal
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
VINOD CHAUHAN
ये लोकतंत्र की बात है
ये लोकतंत्र की बात है
Rohit yadav
ओ दूर के मुसाफ़िर....
ओ दूर के मुसाफ़िर....
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
जो लोग अपनी जिंदगी से संतुष्ट होते हैं वे सुकून भरी जिंदगी ज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दीवाली की रात आयी
दीवाली की रात आयी
Sarfaraz Ahmed Aasee
माँ मेरी
माँ मेरी
Dr fauzia Naseem shad
शिद्धतों से ही मिलता है रोशनी का सबब्
शिद्धतों से ही मिलता है रोशनी का सबब्
कवि दीपक बवेजा
4474.*पूर्णिका*
4474.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऐ मोनाल तूॅ आ
ऐ मोनाल तूॅ आ
Mohan Pandey
आडम्बरी पाखंड
आडम्बरी पाखंड
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
उसकी गलियों में कदम जब भी पड़े थे मेरे।
उसकी गलियों में कदम जब भी पड़े थे मेरे।
Phool gufran
हालात से लड़ सकूं
हालात से लड़ सकूं
Chitra Bisht
"सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
बच्चे मन के सच्चे। ( Happy Children's day)
Rj Anand Prajapati
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...