पल दो पल की बात ही सही—-
पल दो पल की बात ही सही,
मगर तुम साथ हो तो सही।
शिकवा करने का वक्त है कहाँ,
मगर हंसकर बुलाओ तो सही।।
रुसवा रहोगे कब तक अपनों से,
हंसकर गले लगाओ तो सही।
अर्पण कर दूं दुनिया तुम्हारे कदमों में,
कभी अपना समझकर देखो तो सही।।