Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2024 · 1 min read

पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।

पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।
उनको उन सा दे प्रभो, मुझको मेरे जोग।।

जिसमें जिसको सुख मिले, करे वही वह काम।
मुझको रुचिकर नींद तो, क्यों न करूँ आराम।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 54 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all
You may also like:
बह्र ....2122  2122  2122  212
बह्र ....2122 2122 2122 212
Neelofar Khan
सुख-साधन से इतर मुझे तुम दोगे क्या?
सुख-साधन से इतर मुझे तुम दोगे क्या?
Shweta Soni
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
Suryakant Dwivedi
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
कृष्णकांत गुर्जर
तुमने जाम अपनी आँखों से जो पिलाई है मुझे,
तुमने जाम अपनी आँखों से जो पिलाई है मुझे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चलते हैं क्या - कुछ सोचकर...
चलते हैं क्या - कुछ सोचकर...
Ajit Kumar "Karn"
Karma
Karma
R. H. SRIDEVI
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
क्या हुआ की हम हार गए ।
क्या हुआ की हम हार गए ।
Ashwini sharma
गर्दिशों में जब तारे तुमसे सवाल करें?
गर्दिशों में जब तारे तुमसे सवाल करें?
manjula chauhan
मेरी घरवाली
मेरी घरवाली
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
- शेखर सिंह
- शेखर सिंह
शेखर सिंह
एक आज़ाद परिंदा
एक आज़ाद परिंदा
Shekhar Chandra Mitra
Biography Sauhard Shiromani Sant Shri Dr Saurabh
Biography Sauhard Shiromani Sant Shri Dr Saurabh
World News
मन का द्वंद  कहां तक टालू
मन का द्वंद कहां तक टालू
Shubham Pandey (S P)
समय भी दो थोड़ा
समय भी दो थोड़ा
Dr fauzia Naseem shad
हम तो मतदान करेंगे...!
हम तो मतदान करेंगे...!
मनोज कर्ण
3087.*पूर्णिका*
3087.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जग-मग करते चाँद सितारे ।
जग-मग करते चाँद सितारे ।
Vedha Singh
"महत्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी
बेटी
Akash Yadav
😢अलविदा ताई जी😢
😢अलविदा ताई जी😢
*प्रणय*
मन साधना
मन साधना
Dr.Pratibha Prakash
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
पूर्वार्थ
संसार
संसार
Dr. Shakreen Sageer
मैं निकल गया तेरी महफिल से
मैं निकल गया तेरी महफिल से
VINOD CHAUHAN
तोड़ा है तुमने मुझे
तोड़ा है तुमने मुझे
Madhuyanka Raj
गिरमिटिया मजदूर
गिरमिटिया मजदूर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बोलो राम राम
बोलो राम राम
नेताम आर सी
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
Chunnu Lal Gupta
Loading...