पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।
पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।
उनको उन सा दे प्रभो, मुझको मेरे जोग।।
जिसमें जिसको सुख मिले, करे वही वह काम।
मुझको रुचिकर नींद तो, क्यों न करूँ आराम।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
पर को दुख दे सुख जिन्हें, सुखी रहें वे लोग।
उनको उन सा दे प्रभो, मुझको मेरे जोग।।
जिसमें जिसको सुख मिले, करे वही वह काम।
मुझको रुचिकर नींद तो, क्यों न करूँ आराम।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद