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17 Sep 2024 · 1 min read

पर उपदेश कुशल बहुतेरे

पर उपदेश कुशल बहुतेरे
वैसे जन जग में बहुत , बस देखें पर दोष
स्वयं आप क्या कर रहे ,तनिक न इसका होश
तनिक न इसका होश , जन्म मानव का पाकर
करें नहीं संकोच , भ्रष्ट पथ को अपनाकर
देते हैं उपदेश , लोग लोगों को जैसे
सफल बनाते जन्म , स्वयं करते जो वैसे

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