पर उपदेश कुशल बहुतेरे
पर उपदेश कुशल बहुतेरे
वैसे जन जग में बहुत , बस देखें पर दोष
स्वयं आप क्या कर रहे ,तनिक न इसका होश
तनिक न इसका होश , जन्म मानव का पाकर
करें नहीं संकोच , भ्रष्ट पथ को अपनाकर
देते हैं उपदेश , लोग लोगों को जैसे
सफल बनाते जन्म , स्वयं करते जो वैसे