पर्यावरण कुंडलिया
मानव आँखें खोल अब ,ले थोड़ा संज्ञान।
प्राणवायु आधार है, पेड़ों का रख ध्यान।।
पेड़ों का रख ध्यान, देख मत कर मनमानी।
रोप वृक्ष मनु मान, करे क्यों आनाकानी।।
अरुणा कहती मीत, पेड़ काटे वो दानव ।
चिड़िया का घर नीड़, पेड़ हैं सुन रे मानव।।
©✍️ अरुणा डोगरा शर्मा