Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2023 · 1 min read

” पर्यावरण”

उठो, जागो

इस धरा को प्रदूषण से मुक्त करायें हम
वक्त है अभी भी, जागरूकता का संदेश फैलाये हम

आधुनिकता की परिभाषा में बंजर हुई धरती को
फिर से लहलहाये हम , नहीं काटे हम वृक्षों को, वृक्षारोपण बढ़ायें हम।
मत करो आधुनीकरण प्रकृति का, नीर खाम हो जायेगा
हे मूर्ख मानव तू फिर, प्यासा ही मर जायेगा,

माटी के बर्तन का प्रयोग, पूर्वजों ने हमें सिखाया है
न जाने ये ‘विष’ प्लास्टिक का इस ग्रह पर कहां से आया
त्यागो इसको तत्काल ही, ये सर्व नाश कर जायेगा
पछताते रह जायेंगे हम और हाथ कुछ नही आयेगा

डॉ. कामिनी खुराना (एम.एस., ऑब्स एंड गायनी)

1 Like · 215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kamini Khurana
View all
You may also like:
छीना झपटी हो रही,
छीना झपटी हो रही,
sushil sarna
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
दिल सचमुच आनंदी मीर बना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
नारी का बदला स्वरूप
नारी का बदला स्वरूप
विजय कुमार अग्रवाल
*अध्याय 8*
*अध्याय 8*
Ravi Prakash
यूं इश्क़ में इतनी रवादारी भी ठीक नहीं,
यूं इश्क़ में इतनी रवादारी भी ठीक नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अक्सर मां-बाप
अक्सर मां-बाप
Indu Singh
..
..
*प्रणय*
3096.*पूर्णिका*
3096.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तोड़ कर खुद को
तोड़ कर खुद को
Dr fauzia Naseem shad
वह मुझे चाहता बहुत तो था
वह मुझे चाहता बहुत तो था
Shweta Soni
तन मन धन निर्मल रहे, जीवन में रहे उजास
तन मन धन निर्मल रहे, जीवन में रहे उजास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन में...
जीवन में...
ओंकार मिश्र
नारी री पीड़
नारी री पीड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
किसी और के आंगन में
किसी और के आंगन में
Chitra Bisht
kavita
kavita
Rambali Mishra
"भोपालपट्टनम"
Dr. Kishan tandon kranti
भटक ना जाना मेरे दोस्त
भटक ना जाना मेरे दोस्त
Mangilal 713
पिता का पेंसन
पिता का पेंसन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
नारी
नारी
Dr Archana Gupta
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
मैं इन्सान हूँ यही तो बस मेरा गुनाह है
VINOD CHAUHAN
सफलता तीन चीजे मांगती है :
सफलता तीन चीजे मांगती है :
GOVIND UIKEY
मुश्किलें
मुश्किलें
Sonam Puneet Dubey
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
मैं बनारस का बेटा हूँ मैं गुजरात का बेटा हूँ मैं गंगा का बेट
शेखर सिंह
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
शिवम "सहज"
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
नूरफातिमा खातून नूरी
*लू के भभूत*
*लू के भभूत*
Santosh kumar Miri
तिरस्कार
तिरस्कार
rubichetanshukla 781
Started day with the voice of nature
Started day with the voice of nature
Ankita Patel
Loading...